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Friday, 13 June 2008

ज्ञान

ज्ञान
एक गोपाल है । एक मित्र के ज्ञान में एक मित्र के ज्ञान में है ।
एक दूसरे के उत्थान में ज्ञान ज्ञान का बोझ है , यदि ऐसा नहीं होता है आप मुफ़्त में सेट है।
सब कुछ नए ज्ञान रखता है । आपके पास पहले ज्ञान विज्ञान के क्षेत्र में , और फिर विश्वास निम्नानुसार है ।
आध्यात्मिकता में , विश्वास की बात पहले आती है , और तब ज्ञान निम्नानुसार है । जब आप आनन्द का पालन करें , दुःख के बाद आप पर है ।
जब आप का पालन ज्ञान , निम्नानुसार मजा आप पर है ।
त्रुटि भ्रम की धारणा है और भ्रम के रूप में जानते ज्ञान भ्रम है । भग्न एक उत्पाद के सीमित ज्ञान है ।
क्योंकि जाग में से एक है जो ज्ञान , अधिक पीड़ित नहीं है ।

2 comments:

Amit K Sagar said...

अच्छे विचार. हर वक़्त की जरुरत. शुक्रिया. शुभकामनायें.
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उल्टा तीर

आशीष कुमार 'अंशु' said...

शुभकामना